आपका बेस्ट फ्रेंड वही होता है जो आपकी आलोचना करें आपकी निंदा करें आपकी बुराइयां आपके मुंह पर कह दे तथा सुख दुख में साथ निभाए निश्चित है कि इससे बेहतर मित्र इस दुनिया में नहीं हो सकता क्योंकि श्रीकृष्ण ने भी गीता में भी यही कहा है कि जो व्यक्ति निंदक होता है उससे बड़ा मित्र नहीं होता