भारतीय संस्कृति में अविवाहित लड़कियों को देवी का स्वरूप और मंगल माना जाता है इसी लिए मां बाप अपनी बेटी को अपने पैर नही छुने देते है ।
देखा जाए तो हर लड़की के लिए यह एक गौरव की बात है ।
वहीं शादी के बाद लड़की पैर छू सकती है इसलिए वह अपने सास ससुर के पैर छू सकती है ।
हालाकि देखा जाए तो शादी के बाद वह अपने मां बाप के भी पैर छू सकती है इसमें कोई बाध्यता nhi है परतूं मां बाप ने पहले कभी पैर nhi छुआया होता hai इसलिए शादी के बाद भी वो पैर नहीं छूने देते ।